Hindi Shayai
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जब लोग आपको फालतू और फ्री समझने लग जाए
तो Congratulations
अब वक़्त आ गया है , अपने लिए जीने का
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खेल तो अच्छा खेला तुमने
मगर बंदा गलत चुन लिया
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तुम्हारा बदलना तुम्हे मुबारक हो
अगर हम बदले तो
मोहबत्त बदनाम हो जाएगी
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जब किसी रिश्ते में दूरिया बढ़ जाती है
तो गलतफहमिया और बढ़ जाती है
तो सामने वाले को वो भी सुनाई देता है
जो कभी हमने बोला ही नहीं
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कोई था हमारी जिंदगी में जिसे
हमारे चुप रहने से भी फर्क पड़ता था
फिर न जाने अचानक क्या हो गया
आज मेरे रोने पर भी फर्क नहीं पड़ता
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तेरी याद आएगी हर रोज
मगर तुझे आवाज ना दूंगा
लिखूंगा हर स्टेटस तेरे लिए
पर तेरा नाम न लूँगा
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रोज़ एक नयी तकलीफ
रोज़ एक नया गम
न जाने कब एलान होगा
की मर गए हम
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आजाद कर दिया है
हमने भी उस पंछी को
जो हमारे दिल की कैद को
तोहीन समझता था
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मोहबत्त एक तरफा होती तो ,
जुदाई सह भी लेते ….
दर्द तो इस बात का है कि
मोहबत्त उसे भी थी ….
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हर दोस्त को अपने राज़ मत बताया करो
सुना है दोस्तों के भी दोस्त होते है
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जवानी से तो बचपन अच्छा था
जब दुख होता था वही रो लेते थे
अब तो रोने के लिए भी
जगह देखनी पड़ती है
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हम तो खुशियों का कारोबार करते है साहब
कोई वक़्त पे लौटाता नहीं इसलिए घाटे में हैं
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ये इश्क़ का जुआ हम भी खेल चुके है
रानी किसी और की हुई और जोकर हम बन गए
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तुम दूर हो मुझसे इस बात का शिक्वा नहीं है
किसी और के करीब हो बीएस ये बर्दाश्त नहीं होता
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मैं तेरा गुड्डा , और तू है मेरी गुड़िया
मैं तेरा साथ न छोड़ू , बेशक तू हो जाये बुढ़िया
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हर बात में हम ही गलत नहीं थे
काश तुमने अपनी गलतिया भी देखी होती
उतने लम्हे तो मैंने तेरे साथ भी नहीं बिताये
जितनी रातो की नींद ले गए तुम छीन के
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याद तो बहुत आती है तुम्हारी
लेकिन क्या करे ”
हर रोज़ के तरह आज भी
रो कर सो जाएंगे ”
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किस्सा बना दिया उन लोगो ने मुझे
जो कल तक मुझे अपना हिस्सा बताया करते थे
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जिंदगी में दो शब्द कहना मुश्किल है
पहली बार किसी अज़नबी से hye
और आखिरी बार किसी अपने से bye
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बात तो बहुत साड़ी करनी ही तुमसे
पर तुम्हारी बातें सुनकर
एहसास हुआ के
चुप रहना ही बेहतर है
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नहीं नहीं मै गलत हु , इसमें कोई शक नहीं है
इसको उसको और सबको वक़्त दिए
लेकिन मेरे लिए ही वक़्त नहीं है
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तड़पोगे तुम भी हर दिन
ये सोच सोच कर ”
था कोई ज़िद्दी चाहने वाला
कहा चला गया अब वो ”
अपनी ज़िद छोड़ कर ….
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जब मैंने अपने दिल से तेरा रिश्ता पुछा
तो कम्बख्त बोला कि
उतना मैं भी तेरा नहीं हूँ
जितना उस पागल का हूँ
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ये क्या हुआ कि हमारा दिल हमारा नहीं लगता
एक आपके चेहरे से सूंदर कोई नज़ारा नहीं लगता
पर उस चाँद को भी था बहुत गुरुर खुद पर
हमने आपकी तस्वीर दिखा दी उसको
अब वो खुद को भी प्यारा नहीं लगता
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किसी ने कभी अपना
थोड़ा सा वक़्त दिया था मुझे
हमने आज भी उसे
इश्क़ समझ के संभाल रखा है
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Harsh